tag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post2310911118415369206..comments2024-03-23T15:18:44.393+05:30Comments on मन के पाखी: पेड़ बचाओ,जीवन बचाओSweta sinhahttp://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-56710159154992691082021-02-24T15:18:03.082+05:302021-02-24T15:18:03.082+05:30good morning quotes<a href="https://allshayaristatus.in/good-morning-quotes-in-hindi/" rel="nofollow">good morning quotes </a>abhishekhttps://www.blogger.com/profile/08961331548004504606noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-37832489263630846222018-05-24T15:17:52.929+05:302018-05-24T15:17:52.929+05:30प्रकृति से छेड़छाड़ मनुष्य जीवन पर कितना भारी पड़ ...प्रकृति से छेड़छाड़ मनुष्य जीवन पर कितना भारी पड़ रही है ! अंधाधुँध तरक्की का नशा गाँवोगाँवों की प्राकृतिक आबो हवा को बिगाड़ने पर आमादा है ! खूबसूरत प्रस्तुति ! बहुत खूब आदरणीया ।Rajesh Kumar Raihttps://www.blogger.com/profile/11470374028071461971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-8048474081578390512018-05-23T22:21:07.105+05:302018-05-23T22:21:07.105+05:30प्रिय श्वेता -- आपकी ये सुंदर रचना उसी दिन पढ़ ली थ...प्रिय श्वेता -- आपकी ये सुंदर रचना उसी दिन पढ़ ली थी | पढ़कर मैं हैरान सी रह गई | कितनी बड़ी बात कितनी सरलता से कह दी -----<br />गाँवों की सँकरी<br />पगडंडियों को चौड़ा करने पर,<br />ट्रकों में भरकर<br />शहर उतरेगा ,<br />ढोकर ले जायेगा वापसी में<br />गाँव का मलबा,----------<br /><br />हर पंक्ति कंक्रीट जंगल के विस्तार ले फलस्वरूप हरे भरे गाँव के मिटते अस्तित्व के शोक की परिचायक है |प्रकृति को ना संभाला और सजोया गया तो बड़ी भयावह तस्वीर होगी आने वाले समय में |इस रचना के लिए ही नहीं बल्कि हर रचना के लिए मेरी शुभकामनाये तो हैं ही -साथ में मेरा प्यार | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-17213560676152831082018-05-21T06:32:21.785+05:302018-05-21T06:32:21.785+05:30सच पूछो तो विकास की सतत प्रक्रिया में पेड़ सहायक ह...सच पूछो तो विकास की सतत प्रक्रिया में पेड़ सहायक हैं ... इंसान को बचाते हैं ताज़ा रखते हैं जीवन देते हैं पर मानव ने क्षणिक विकास के लिए उसका महत्व नहि समझा ... सामयिक रचना है ..।दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-47695427197886092712018-05-20T11:29:10.026+05:302018-05-20T11:29:10.026+05:30पेड़ बचाना और पर्यावरण को संरक्षित करना बहुत आवश्यक...पेड़ बचाना और पर्यावरण को संरक्षित करना बहुत आवश्यक है...<br />पर्यावरण पर गंभीर रचनाLokesh Nashinehttps://www.blogger.com/profile/10305100051852831580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-24101932741202529742018-05-19T20:12:12.613+05:302018-05-19T20:12:12.613+05:30बेहतरीन रचना बेहतरीन रचना Atoot bandhanhttps://www.blogger.com/profile/03159968183922673399noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-40787557535325741632018-05-19T14:44:59.022+05:302018-05-19T14:44:59.022+05:30बहुत-बहुत आभारी हूँ आपकी रश्मि जी।बहुत-बहुत आभारी हूँ आपकी रश्मि जी।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-68760093394200108452018-05-19T14:43:38.990+05:302018-05-19T14:43:38.990+05:30बहुत - बहुत आभार आपका ज्योति दी।
तहेदिल से शुक्रिय...बहुत - बहुत आभार आपका ज्योति दी।<br />तहेदिल से शुक्रिया।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-56987179308060293672018-05-19T14:41:40.496+05:302018-05-19T14:41:40.496+05:30बहुत-बहुत आभार आपका शुभा दी।
तहेदिल से शुक्रिया आप...बहुत-बहुत आभार आपका शुभा दी।<br />तहेदिल से शुक्रिया आपके स्नेह का:)Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-49222552297658043702018-05-19T14:37:34.877+05:302018-05-19T14:37:34.877+05:30बहुत बहुत आभार.आपका पम्मी जी।
तहेदिल से शुक्रिया आ...बहुत बहुत आभार.आपका पम्मी जी।<br />तहेदिल से शुक्रिया आपका।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-19888111747669066092018-05-17T18:11:02.467+05:302018-05-17T18:11:02.467+05:30बढ़िया...सार्थकबढ़िया...सार्थकरश्मि शर्माhttps://www.blogger.com/profile/04434992559047189301noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-17995608721785861792018-05-17T16:14:17.957+05:302018-05-17T16:14:17.957+05:30स्वेता, पेडों का महत्व प्रतिपादित करती बहुत ही सुं...स्वेता, पेडों का महत्व प्रतिपादित करती बहुत ही सुंदर रचना का सृजन किया हैं तुमने। बधाई।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-58813473415588477682018-05-16T23:05:17.330+05:302018-05-16T23:05:17.330+05:30वाह!!श्वेता ,बहुत सुंदर रचना का स।जन किया आपनें .....वाह!!श्वेता ,बहुत सुंदर रचना का स।जन किया आपनें ..।शुभा https://www.blogger.com/profile/09383843607690342317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-84205801853965120402018-05-16T20:31:01.197+05:302018-05-16T20:31:01.197+05:30बहुत सुंदर रचना.. एक संदेश के साथ।बहुत सुंदर रचना.. एक संदेश के साथ।Pammi singh'tripti'https://www.blogger.com/profile/13403306011065831642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-63320137838076306012018-05-16T20:12:26.526+05:302018-05-16T20:12:26.526+05:30जी बहुत आभारी है आपके आदरणीय।
सादर।जी बहुत आभारी है आपके आदरणीय।<br />सादर।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-20748940358543597262018-05-16T20:00:17.890+05:302018-05-16T20:00:17.890+05:30आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 17.05.18 को चर्चा मंच पर...आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 17.05.18 को चर्चा मंच पर <a href="https://charchamanch.blogspot.com/2018/05/2973.html" rel="nofollow"> चर्चा - 2973 </a> में दिया जाएगा <br /><br />धन्यवाद दिलबागसिंह विर्कhttps://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-21048467162830685892018-05-16T19:42:40.122+05:302018-05-16T19:42:40.122+05:30आभार आभार अति आभार दी:)
एक कोशिश है बस दी
आपको अच्...आभार आभार अति आभार दी:)<br />एक कोशिश है बस दी<br />आपको अच्छी लगी प्रयास सफल हुआ।<br />स्नेहाशीष बनाये रखें।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-8850235552063450752018-05-16T19:39:06.014+05:302018-05-16T19:39:06.014+05:30वाह!!
पेड़ों की कटाई और पर्यावरण से छेड-छाड़ के भ...वाह!! <br />पेड़ों की कटाई और पर्यावरण से छेड-छाड़ के भीषण दुष्प्रभाव का सचित्र सा खाका खिंचा है आपने श्वेता लयबद्ध गतिमान सुंदर काव्य। मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-91896737906909000562018-05-16T19:14:46.993+05:302018-05-16T19:14:46.993+05:30बहुत-बहुत आभारी है हम दी।
आपका स्नेह पाना सदैव विश...बहुत-बहुत आभारी है हम दी।<br />आपका स्नेह पाना सदैव विशेष है।<br />आभार<br />सादरSweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-75958411607460989302018-05-16T19:05:11.178+05:302018-05-16T19:05:11.178+05:30बेहतरीन रचना
साधुवाद
सादरबेहतरीन रचना<br />साधुवाद<br />सादरyashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.com