tag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post7137807720370458525..comments2024-03-23T15:18:44.393+05:30Comments on मन के पाखी: शांतिSweta sinhahttp://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-14056926855448197062020-09-01T19:23:42.459+05:302020-09-01T19:23:42.459+05:30Mam u write soul touching poems
I also have my yo...Mam u write soul touching poems <br />I also have my you tube channel Alfaz Dil Tak where I post poems related to our day day to activity .please once go throught my poems .link 👇<br /><br /><br />https://youtu.be/nYkBFlT5Uw8Sanskar Mishrahttps://www.blogger.com/profile/13755040572224672110noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-8795160367753308982020-07-13T16:19:07.911+05:302020-07-13T16:19:07.911+05:30बहुत सुन्दर बहुत सुन्दर Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-12121668144085703732020-07-13T14:49:23.329+05:302020-07-13T14:49:23.329+05:30बहुत खूब।
शांति कहाँ कहाँ लिखी गयी ये बात जान कर छ...बहुत खूब।<br />शांति कहाँ कहाँ लिखी गयी ये बात जान कर छोड़ देनी चाहिए क्योंकि जहां कहीं भी शांति लिखी गयी वही इसके अस्तित्व की निशानी इसके मलबे को बहुत गहराई में दफनाने की कोशिश हुई है।<br />शांति कर्म में कब आये <br />जबकि आदमी सारे दिन तोड़ फोड़ में लगा रहता है।<br />बहुत अच्छा लेखन।Rohitas Ghorelahttps://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-66251195049538280652020-07-13T13:38:57.360+05:302020-07-13T13:38:57.360+05:30लाजवाब अभिव्यक्ति आदरणीय श्वेता दी.
पीढ़ी दर पीढ़ी अ...लाजवाब अभिव्यक्ति आदरणीय श्वेता दी.<br />पीढ़ी दर पीढ़ी अपनी सुविधा हेतु गढ़े विचार को क्या बखूबी लिखा है आपने..<br /><br />शांति' का अनुवाद<br />अपनी भाषा और <br />अपने शब्दों में परिभाषित<br />करने का प्रयास, <br />कर्म में स्थान न देकर<br />दैवीय और पूजनीय कहकर<br />यथार्थ जीवन से अदृश्य कर दिया गया।...इतने बड़े विचार को कैसे समेटा निशब्द हूँ .<br />बेहतरीन और बेहतरीन 👌👌अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-81865458227393740082020-07-13T09:08:44.335+05:302020-07-13T09:08:44.335+05:30सोचने को मजबूर करते भाव ...
सत्य है कि शांति की व...सोचने को मजबूर करते भाव ... <br />सत्य है कि शांति की व्याख्या समय, दृष्टी और मूल्य के आधार पर होती है और मायने भी अलग ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-78905175150141805522020-07-13T08:07:26.763+05:302020-07-13T08:07:26.763+05:30बहुत सुन्दर सृजन बहुत सुन्दर सृजन hindiguruhttps://www.blogger.com/profile/09026018787795712597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-11010112071053961852020-07-12T23:37:03.571+05:302020-07-12T23:37:03.571+05:30प्रिय श्वेता , शांति शब्द अपने आप में बहुत आलौकिक...प्रिय श्वेता , शांति शब्द अपने आप में बहुत आलौकिक है | पर इसकी जरूरत और महत्त्व ,संसार अपनी महता के अनुसार बदलता रहा | शांति की अमर सूक्तियां शांति प्रेमियों के लिए प्रेरक रही पर युद्धप्रेमियों ने शांति की स्थापना के लिए युद्ध किया या कहें शांति के लिए युद्ध जरूरी समझे गये |शांति अमूर्त है ,अदृश्य है पर इसकी अनिवार्यता से इनकार नहीं किया जा सकता | ये जीवन का वह अमृत तत्व है जिसकी तलाश में हर आमोखास सदैव अशांत रहा है | ये अलग बात है बहुधा इस शब्द का प्रभावशाली लोगों ने अपनी मर्जी से प्रयोग किया | एक बौद्धिक चिंतन जो बहुत प्रभावी है उस पर इतनी गहनता से लिखना बहुत मुश्किल है , पर तुमने बहुत बढिया लिखा | सार्थक सृजन के लिए सस्नेह शुभकामनाएं| रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-18692812403354797272020-07-12T21:30:45.811+05:302020-07-12T21:30:45.811+05:30आदरणीया मैम,
पुनः एक बहुत सुंदर कविता। आपकी ये कवि...आदरणीया मैम,<br />पुनः एक बहुत सुंदर कविता। आपकी ये कविता पढ़ कर जीवन के लिए नयी प्रेरणा मिली। अपने जीवन में शांति को नित्य स्थान देने की प्रेरणा।रोज़ कुछ प्रयत्न करो कि जीवन में,परिवार में और समाज में शांति बनी रहे।<br />मैं ने आज एक नई कविता अपलोड की- अहिल्या।<br />कृपया पढें और अपनी प्रतिक्रिया दें।<br />अपने जिस प्रकार मुझे प्रोत्साहित किया और नए अवसर दिए, इसके लिए बहुत आभार। मैंने पांच लिंकों के आनंद पर सभी रचनाएँ पढीं। बहुत प्रेरणा मिली। धन्यवाद।<br />Ananta Sinhahttps://www.blogger.com/profile/14940662000624872958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-54306565494659861442020-07-12T19:39:32.043+05:302020-07-12T19:39:32.043+05:30सुंदर रचना। बहुत-बहुत शुभकामनाएँ आदरणीया श्वेता जी...सुंदर रचना। बहुत-बहुत शुभकामनाएँ आदरणीया श्वेता जी।पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-71301584167240369592020-07-12T12:56:53.284+05:302020-07-12T12:56:53.284+05:30शान्ति का सन्देश देती सुन्दर रचना।शान्ति का सन्देश देती सुन्दर रचना।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-832741037280923162020-07-12T12:23:31.770+05:302020-07-12T12:23:31.770+05:30लाजवाबलाजवाबसुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-54746567335739009872020-07-12T10:34:01.498+05:302020-07-12T10:34:01.498+05:30आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में&q...<i><b> आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज रविवार 12 जुलाई 2020 को साझा की गई है....<a href="https://mannkepaankhi.blogspot.com/" rel="nofollow"> "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर </a>आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i>Digvijay Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/10911284389886524103noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1000465220613990960.post-5293359687365114702020-07-12T08:25:41.641+05:302020-07-12T08:25:41.641+05:30सुंदर प्रस्तुतिसुंदर प्रस्तुतिSUJATA PRIYEhttps://www.blogger.com/profile/04317190675625593228noreply@blogger.com