मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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इंद्रधनुष....प्रकृति कविता
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Tuesday, 30 January 2018
इंद्रधनुष
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मौन की चादर डाले नीले आसमान पर छींटदार श्वेत बादलों की छाँव में बाँह पसारे हवाओं के संग बहते परिंदे मानो वक़्त के समुन्द...
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