मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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तुमसे प्रेम करते हुए-१ #मन# छंदमुक्त प्रेम कविता
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Thursday, 16 September 2021
तुमसे प्रेम करते हुए-(१)
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आज भी याद है मुझे तुम्हारे एहसास की वो पहली छुअन दिल की घबरायी धड़कन सरककर पेट में तितलियां बनकर उड़ने लगी थी, देह की थरथराती धमनियों में वेग...
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