मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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दायित्व.... छंदमुक्त सामाजिक कविता..कोरोना काल
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Thursday, 9 April 2020
दायित्व
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प्रकृति के कोप के विस्फोट के फलस्वरूप नन्हें-नन्हें असंख्य मृत्यु दूत ब्रह्मांड के अदृश्य पटल से धरा पर आक्रमण कर सृष्टि से ...
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