मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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प्रणाम (शहीदों के लिए)....तुकांत
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प्रणाम (शहीदों के लिए)....तुकांत
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Sunday, 15 August 2021
प्रणाम...(शहीदों को )
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करती हूँ प्रणाम उनको,शीश नत सम्मान में है, प्राण दे,इतिहास के पृष्ठों में अंकित हो गये जिनकी लहू की बूँद से माँ धरा पावन हुई माटी बिछौना ओढ़ ...
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