मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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बचा है प्रेम अब भी.... छंदयुक्त प्रेम कविता
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बचा है प्रेम अब भी.... छंदयुक्त प्रेम कविता
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Sunday, 17 July 2022
बचा है प्रेम अब भी...।
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आहट तुम्हारी एहसास दिलाती है, मेरी साँसों में बचा है प्रेम अब भी...। काँपती स्मृतियों में स्थिर तस्वीर भीड़ में तन्हाई की गहरी लकीर, हार जाती...
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