मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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बदले दुनिया # शिक्षक की व्यथा#तुकांत कविता
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Sunday, 5 September 2021
बदले दुनिया(शिक्षक)
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शिक्षक मेरे लिए मात्र एक वंदनीय शब्द नहीं है, न ही मेरे पूजनीय शिक्षकों की मधुर स्मृतियाँ भर ही। मैंने स्वयं शिक्षक के दायित्व को जीया है। म...
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