मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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मेरे दिल को छू गये....प्रेम कविता
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Thursday, 30 March 2017
मेरे दिल को छू गये
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मेरे दिल को छू गये हो तुम, एहसास मेरा चमन हो गया। खुशबू बन गये तुम जेहन के, गुलाब सा तन बदन हो गया। पंखुड़ियाँ बिखरी हवाओं में, चाहत...
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