मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
Pages
(Move to ...)
Home
प्रकृति की कविताएं
दार्शनिकता
छंदयुक्त कविताएँ
प्रेम कविताएँ
स्त्री विमर्श
सामाजिक कविता
▼
Showing posts with label
मौन....प्रेम कविता...छंदयुक्त
.
Show all posts
Showing posts with label
मौन....प्रेम कविता...छंदयुक्त
.
Show all posts
Wednesday, 10 July 2019
मौन
›
तुम्हारे मौन के ईद-गिर्द परिक्रमा मेरे मन की ज्यों धुरी में नाचती धरती टोहती सूरज का पारा तुम्हारे मौन के सन्नाटे में मन ब...
15 comments:
›
Home
View web version