मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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राजनीति... कठपुतलियाँ... छंदमुक्त कविता.. सामाजिक
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Thursday, 12 May 2022
राजनीति ... कठपुतलियाँ
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वंश,कुल,नाम,जाति,धर्म, संप्रदाय भाषा,समाज,देश के सूक्ष्म रंध्रों से रिसती सारी रोशनियों को दिग्भ्रमित बंद कर दिया गया राजनीति की अंधेरी गुफ...
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