मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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सावित्री.....प्रेमकविता.... छंदमुक्त
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Monday, 3 June 2019
सावित्री
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वैज्ञानिक विश्लेषण में सारहीन,अटपटा ... फिर भी .. कच्चे धागे लपेटकर बरगद की फेरी नाक से माँग तक टीका गया पीपा सिंदूर, आँच...
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