मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
Pages
(Move to ...)
Home
प्रकृति की कविताएं
दार्शनिकता
छंदयुक्त कविताएँ
प्रेम कविताएँ
स्त्री विमर्श
सामाजिक कविता
▼
Showing posts with label
सौंदर्य-बोध.....छंदमुक्त कविता
.
Show all posts
Showing posts with label
सौंदर्य-बोध.....छंदमुक्त कविता
.
Show all posts
Thursday, 5 December 2019
सौंदर्य-बोध
›
दृष्टिभर प्रकृति का सम्मोहन निःशब्द नाद मौन रागिनियों का आरोहण-अवरोहण कोमल स्फुरण,स्निग्धता रंग,स्पंदन,उत्तेजना, मोहक प्रत...
11 comments:
›
Home
View web version