मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
Pages
(Move to ...)
Home
प्रकृति की कविताएं
दार्शनिकता
छंदयुक्त कविताएँ
प्रेम कविताएँ
स्त्री विमर्श
सामाजिक कविता
▼
Showing posts with label
ग़रीबी-रेखा....व्यंग्य
.
Show all posts
Showing posts with label
ग़रीबी-रेखा....व्यंग्य
.
Show all posts
Wednesday, 13 February 2019
ग़रीबी-रेखा
›
जीवन रेखा,मस्तिष्क रेखा, भाग्य रेखा सबकी हथेलियों में होते हैं ऐसा एक ज्योतिष ने समझाया ग़रीबी-रेखा कहाँ होती है? यह पूछने पर ...
18 comments:
›
Home
View web version