खामोशियों में भी
दूरियों में भी
कुछ तड़पता है
कुछ कसकता है
वो न हो कही भी
फिर भी
हर साँस के साथ उनको
महसूस करते है
जैसे महसूस होती है हवा
अदृश्य प्राणवायु की तरह
जैसे महसूस करते है
अपने रब्ब के वजूद को
खुली बंद पलकों में
जैसे महसूस करते है
धड़कते हुए सीने को
वैसे ही चलती साँसों के
साथ उनको महसूस
कर सकते है
अपने एहसासों से छू
जाते है वो हर लम्हा
जैसे सूरज धरती को
चूमता है धूप बनकर
जैसे चाँद लिपटता है
रात से अपनी श्वेत
किरणों का दुशाला लिए
वैसे ही उनका एहसास
बादलों की तरह
मेरे जेहन के आसमां को घेरे
हर पल हर घडी़
अपनी मुस्कान मे
तड़प मे बहते अश्कों मे
मचलते जज़्बातों मे
उनका एहसास
बस उनको महसूस करते है
#श्वेता🍁
दूरियों में भी
कुछ तड़पता है
कुछ कसकता है
वो न हो कही भी
फिर भी
हर साँस के साथ उनको
महसूस करते है
जैसे महसूस होती है हवा
अदृश्य प्राणवायु की तरह
जैसे महसूस करते है
अपने रब्ब के वजूद को
खुली बंद पलकों में
जैसे महसूस करते है
धड़कते हुए सीने को
वैसे ही चलती साँसों के
साथ उनको महसूस
कर सकते है
अपने एहसासों से छू
जाते है वो हर लम्हा
जैसे सूरज धरती को
चूमता है धूप बनकर
जैसे चाँद लिपटता है
रात से अपनी श्वेत
किरणों का दुशाला लिए
वैसे ही उनका एहसास
बादलों की तरह
मेरे जेहन के आसमां को घेरे
हर पल हर घडी़
अपनी मुस्कान मे
तड़प मे बहते अश्कों मे
मचलते जज़्बातों मे
उनका एहसास
बस उनको महसूस करते है
Beautiful composition and Excellent Expression of feelings...
ReplyDeleteImpressive
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" सोमवार 27 मार्च 2017 को लिंक की गई है.... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteThanku so much for ur appreciation.
ReplyDeletethanks PK ji🍁for ur beautiful comments.
आपका बहुत बहुत आभार यशोदा जी हृदय से धन्यवाद मुझे रचनाओं को मान देने के लिए।🙏🙏
ReplyDeleteसटीक व सुंदर अभिव्यक्ति !
ReplyDeleteसुन्दर।
ReplyDeleteजी सराहना के लिए आभार ध्रुव जी।
ReplyDeleteजी आभार बहुत सारा सुशीलजी।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भाव ! नयी सोच, सुन्दर शब्द-रचना. कविता में कई बार 'में' के स्थान पर 'मे' लिखा गया है जो खटकता है.'उनको महसूस करते है' के स्थान पर 'उनको महसूस करते हैं' होना चाहिए था.
ReplyDeleteआपका बहुत बहुत स्वागत है गोपेश जी मुझे आपकी प्रतिक्रिया बहुत अच्छी लगी।आगे से मात्रा संबंधी त्रुटियों का विशेष ध्यान रखेगे हम। कृपया अपने बहुमूल्य समय में से कुछ पल निकालकर मेरी पोस्ट पर जरूर आये।आपके मार्गदर्शन के आभारी रहेगे🙏
ReplyDeleteप्रेम का एहसास बस महसूस करने के लिए ही तो है ... नर्म भावों से सजी रचना ...
ReplyDeleteभावपूर्ण रचना
ReplyDeleteBahut hi khubsurat 👍👍👌👌
ReplyDeleteजी आभार बहुत सारा दिगंबर जी🍁
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