ऐ दिल, यही ज़िंदगी है समझ ले भरम हैं ख़्वाब, सच है टूटती उम्मीदें!!! बहुत बड़ा सत्य है प्रिय श्वेता ये जीवन का | भावपूर्ण प्रस्तुती के लिए मेरी शुभकामनायें और प्यार |
उम्मीद है तो , ज़िन्दगी है बेशर्म बन कर ही देती है जीने की आस मन में भरती है एक विश्वास कि अभी हम ज़िंदा हैं , भले ही टूटती रहें उम्मीदें छूटते रहें ख्वाब लेकिन जब तक है मन में आस वक़्त पर करते विश्वास कि कभी तो वक़्त आएगा , हमारी ख्वाहिशों से हमारा आँचल भर जाएगा ।
अच्छा लिखा तुमने । वैसे कहते उम्मीद पर दुनिया कायम
आपकी लिखी रचना "मुखरित मौन में" शनिवार 09 मार्च 2019 को साझा की गई है......... https://mannkepaankhi.blogspot.com/ पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteआभारी हूँ दी..बहुत शुक्रिया।
Deleteवाह!!श्वेता ,बहुत खूब!!
ReplyDeleteआभारी हूँ दी बहुत शुक्रिया।
Deleteकिस खूबसूरती से लिखा है आपने। मुँह से वाह निकल गया पढते ही।
ReplyDeleteबहुत आभारी हूँ संजय जी..शुक्रिया।
Deleteबेहतरीन रचना
ReplyDeleteबहुत आभारी हूँ अनुराधा जी..शुक्रिया।
Deleteमरकर दर्द में
ReplyDeleteफिर से
ज़िंदा होती हैं,
बदलकर पैरहन
मचलती
बेशर्म उम्मीदें
वाह !!!बहुत खूब ,सादर स्नेह सखी
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 07.03.2019 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3267 में दिया जाएगा
ReplyDeleteधन्यवाद
सटीक।
ReplyDeleteऐ दिल,
ReplyDeleteयही ज़िंदगी है
समझ ले
भरम हैं ख़्वाब,
सच है टूटती उम्मीदें!!!
बहुत बड़ा सत्य है प्रिय श्वेता ये जीवन का | भावपूर्ण प्रस्तुती के लिए मेरी शुभकामनायें और प्यार |
मरकर दर्द में
ReplyDeleteफिर से
ज़िंदा होती हैं,
बदलकर पैरहन
मचलती
बेशर्म उम्मीदें
......यथार्थ
बेहतरीन सृजन।
बहुत खूब 👌👌👌
ReplyDeleteवा व्व बहुत सुंदर, श्वेता।
ReplyDeleteवाह बेहद शानदार सृजन श्वेता जी बहुत बहुत बधाई
ReplyDeleteवाह
ReplyDeleteबहुत सुंदर सृजन
उम्मीद है तो जीवन है ... और इनका उगना उगते रहना जरूरी है ...
ReplyDeleteबहुत ही लाजवाब भावों का आवेग ....
उम्मीद ही तो जीने का नया हौसला देती है। सुंदर कविता।
ReplyDeleteनयी पोस्ट: मुकम्मल मोहब्बत की दास्तान।
iwillrocknow.com
aapne kafi badhiya post likha hai Facebook Account Ka ID Password Kaise Hack Kare
ReplyDeleteउम्मीद है तो ,
ReplyDeleteज़िन्दगी है
बेशर्म बन कर ही
देती है जीने की आस
मन में भरती है
एक विश्वास
कि अभी हम
ज़िंदा हैं ,
भले ही
टूटती रहें
उम्मीदें
छूटते रहें
ख्वाब
लेकिन जब तक है
मन में आस
वक़्त पर
करते विश्वास
कि
कभी तो वक़्त आएगा ,
हमारी ख्वाहिशों से
हमारा आँचल
भर जाएगा ।
अच्छा लिखा तुमने । वैसे कहते उम्मीद पर दुनिया कायम
बहुत सुंदर
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