मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
Pages
(Move to ...)
Home
प्रकृति की कविताएं
दार्शनिकता
छंदयुक्त कविताएँ
प्रेम कविताएँ
स्त्री विमर्श
सामाजिक कविता
▼
Showing posts with label
आपके एहसास ने.....नज़्म..
.
Show all posts
Showing posts with label
आपके एहसास ने.....नज़्म..
.
Show all posts
Wednesday, 21 November 2018
आपके एहसास ने
›
आपके एहसास ने जबसे मुझे छुआ है सूरज चंदन भीना,चंदनिया महुआ है मन के बीज से फूटने लगा है इश्क़ मौसम बौराया,गाती हवायें फगुआ है ...
14 comments:
›
Home
View web version