मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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इच्छा..... छंदमुक्त कविता
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Friday, 16 August 2019
इच्छा
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आसान कुछ भी कहाँ होता है मनमुताबिक थोड़ी जहां होता है मात्र "इच्छा"करना ही आसान है इच्छाओं की गाँठ से मन बंधा होता है ...
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