मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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प्रेम के रंग...छंदमुक्त प्रेम कविता...
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Wednesday, 5 January 2022
प्रेम के रंग
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प्रेम कहानियाँ पढ़ते हुए वह स्वयं ही कहानियों का एक पात्र बन जाती है क्योंकि प्रेम की अलौकिक अनुभूतियां महसूसना पसंद है उसे मन के समुंदर ...
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