मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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Wednesday, 30 August 2017
उनकी याद
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*चित्र साभार गूगल* तन्हाई में छा रही है उनकी याद देर तक तड़पा रही है उनकी याद काश कि उनको एहसास होता कितना सता रही है उनकी याद एक ...
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