मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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Wednesday, 18 October 2017
शहीद....हायकु
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हमारे लिए दीवार बने खड़े वीर जवान बुझा दीपक शहीद के घर में कैसी दिवाली जला के दीप शहीदों के नाम पे सम्मान देना ...
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