मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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Friday, 20 April 2018
क़दमों की आहट
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साँझ की राहदारी में क्षितिज की स्याह आँखों में गुम ख़्यालों की सीढियों पर बैठी याद के क़दमों की आहट टटोलती है। आसमां की ख़ामोश बस...
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