मन के पाखी
*हिंदी कविता* अंतर्मन के उद्वेलित विचारों का भावांकन। ©श्वेता सिन्हा
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Saturday, 18 February 2017
ऐ दिल,चल तू संग मेरे
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ऐ दिल,तू चल संग मेरे मेरे ख्यालों के हसीन दुनिया में... जहाँ हूँ मैं और तुम हो उस हसीन दुनिया मे जाड़ों की नरम धूप सी ओढ़कर तेर...
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