भरा है दिल,पलकों से बह जायेगा
भीगा सा कतरा,दामन में रह जायेगा
न बनाओ समन्दर के किनारे घरौंदा
आती है लहर, ठोकरों में ढह जायेगा
रतजगे ख्वाबों के दर्द जगा जाते है
खामोश है दिल, सारे गम़ सह जायेगा
अनजाने रस्ते है जीवन के सफर में
काफिला यादों का, साथ रह जायेगा
गैर नहीं दिल का हिस्सा है तुम्हारे
तुम भी समझोगे, वक्त सब कह जायेगा
#श्वेता🍁
भीगा सा कतरा,दामन में रह जायेगा
न बनाओ समन्दर के किनारे घरौंदा
आती है लहर, ठोकरों में ढह जायेगा
रतजगे ख्वाबों के दर्द जगा जाते है
खामोश है दिल, सारे गम़ सह जायेगा
अनजाने रस्ते है जीवन के सफर में
काफिला यादों का, साथ रह जायेगा
गैर नहीं दिल का हिस्सा है तुम्हारे
तुम भी समझोगे, वक्त सब कह जायेगा
#श्वेता🍁
बहुत बेहतरीन ग़ज़ल
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार शुक्रिया आपका लोकेश जी।
Deleteबहुत सुंदर रचना !
ReplyDeleteगैर नहीं दिल का हिस्सा हैं तुम्हारे
तुम भी समझोगे, वक्त सब कह जायेगा...
बहुत सुंदर पंक्तियाँ
बहुत बहुत आभार शुक्रिया आपका मीना जी।
Delete
ReplyDeleteगैर नहीं दिल का हिस्सा है तुम्हारे
तुम भी समझोगे, वक्त सब कह जायेगा -
बहुत खूब !!!!!!!! बेहतरीन शेर -- उम्दा गजल |