No posts with label जोगिया टेसू...#पलाश के फूल....तुकांत कविता...प्रकृति. Show all posts
No posts with label जोगिया टेसू...#पलाश के फूल....तुकांत कविता...प्रकृति. Show all posts

मैं से मोक्ष...बुद्ध

मैं  नित्य सुनती हूँ कराह वृद्धों और रोगियों की, निरंतर देखती हूँ अनगिनत जलती चिताएँ परंतु नहीं होता  मेरा हृदयपरिवर...