अंधेरे छत के कोने में खड़ी
आसमान की नीले चादर पर बिछी
नन्हें बूटे सितारों को देखती हूँ
उड़ते जुगनू के परों पर
आधे अधूरे ख्वाहिशें रखती
टूटते सितारों की चाह में
टकटकी बाँधे आकाशगंगा तकती हूँ
जो बीत गया है उन पलों के
पलकों पे मुस्कान ढ़ूढती हूँ
श्वेत श्याम हर लम्हे में
बस तुम्हें ही गुनती हूँ
क्या खोया क्या पाया
सब बेमानी सा लगे
जिस पल तेरे साथ मैं होती
मन के स्याह आसमान में
जब जब तेरे यादों के सितारे उभरते
बस तुझमें मगन पूरी रात
एक एक तारा गिनती हूँ
तुम होते हो न होकर भी
उस एहसास को जीती हूँ
आसमान की नीले चादर पर बिछी
नन्हें बूटे सितारों को देखती हूँ
उड़ते जुगनू के परों पर
आधे अधूरे ख्वाहिशें रखती
टूटते सितारों की चाह में
टकटकी बाँधे आकाशगंगा तकती हूँ
जो बीत गया है उन पलों के
पलकों पे मुस्कान ढ़ूढती हूँ
श्वेत श्याम हर लम्हे में
बस तुम्हें ही गुनती हूँ
क्या खोया क्या पाया
सब बेमानी सा लगे
जिस पल तेरे साथ मैं होती
मन के स्याह आसमान में
जब जब तेरे यादों के सितारे उभरते
बस तुझमें मगन पूरी रात
एक एक तारा गिनती हूँ
तुम होते हो न होकर भी
उस एहसास को जीती हूँ
#श्वेता🍁
बहुत खूबसूरत बयानगी
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार लोकेश जी।
Deleteवाह ! क्या बात है ! बहुत ही खूबसूरत सृजन ! भाव प्रवाह के तो क्या कहने ! खूबसूरत एहसासों के साथ जीने का संदेश देती लाजवाब रचना । बहुत खूब आदरणीया ।
ReplyDeleteजी, सर आपका बहुत आभार आपको पसंद आयी तो ठीक बनी होगी।
Deleteसुन्दर कोमल एहसासों से सजी आपकी कविता है। साथ ही सादर आग्रह है कि मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित हों --
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग का लिंक है : http://rakeshkirachanay.blogspot.in/
जी, बहुत बहुत आभार शुक्रिया आपका राकेश जी। स्वागत है हमेशा आपका।
Deleteभावो की सुंदर अभव्यक्ति।
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार ज्योति जी शुक्रिया आपका ह्दय से।
Deleteवियोग रस पर आधारित कुछ रचनाओं की खोज में आपकी एक रचना मिली "एक दिन " जोकि 25 -06 -2017 को "पाँच लिंकों का आनंद" में लिंक की जा चुकी है।
ReplyDeleteअब आपकी इस रचना को आगामी गुरूवार 27 -07 -2017 को http://halchalwith5links.blogspot.in के 741 वें अंक में लिंक किया जा रहा है।
इसके आलावा कोई और रचना हो या 26 जुलाई 2017 तक आप ऐसा कोई सृजन करती हैं तो कृपया सूचित करियेगा ताकि अंक में संशोधन किया जा सके। सधन्यवाद।
माफी चाहेगे रवींद्र जी, अभी देखे मैसेज ,जी आपने शामिल किया मुझे भी आपके सम्मान के लिए हृदय से आभार शुक्रिया आपका।
Deleteहम शायद लिख पाये कोई नयी रचना आपको अवश्य सूचित करेगे।
बहुत बहुत धन्यवाद आपका।