छेड़ने राग
बूँदों से बहकाने
आया सावन
बूँदों से बहकाने
आया सावन
खिली कलियाँ
खुशबु हवाओं की
बताने लगी
खुशबु हवाओं की
बताने लगी
मेंहदी रचे
महके तन मन
मदमाये है
महके तन मन
मदमाये है
हरी चुड़ियाँ
खनकी कलाई में
पी मन भाए
खनकी कलाई में
पी मन भाए
धानी चुनरी
सरकी रे सर से
कैसे सँभालूँ
सरकी रे सर से
कैसे सँभालूँ
झूला लगाओ
पीपल की डार पे
सखियों आओ
पीपल की डार पे
सखियों आओ
लजीली आँखें
झुक झुक जाये रे
धड़के जिया
झुक झुक जाये रे
धड़के जिया
मौन अधर
मंद मुस्काये सुन
तेरी बतिया
मंद मुस्काये सुन
तेरी बतिया
छुपके ताके
पलकों की ओट से
तोरी अँखियाँ
पलकों की ओट से
तोरी अँखियाँ
संग भीग ले
रिम झिम सावन
बीत न जाए
रिम झिम सावन
बीत न जाए