हमारे लिए
दीवार बने खड़े
वीर जवान
बुझा दीपक
शहीद के घर में
कैसी दिवाली
जला के दीप
शहीदों के नाम पे
सम्मान देना
माँ बाबू रोये
अंधियारा छाया है
अँगना आज
भींगी रंगोली
अँसुवन की धार
जीवन सूना
वीर शहीद
तारे बन चमके
दीवाली रात
मातृभूमि का
हृदय से मान ही
श्रद्धांजलि है