Monday 2 October 2017

भारत के लाल

अनमोल रतन दमके 
भारत के भाल पर
एक मूरत सादगी की
भारी है हर जाल पर

धन्य है मातृभूमि गर्वित
पाकर ऐसे लाल को
लाल बहादुर कहते है 
भारत माँ के लाल को

धन्य कोख माँ राम दुलारी 
पिता शारदा को नमन करे
गज़ब की शख्सियत था
विनम्रता से शत्रु दमन करे

पढ़ने की लगन में जिसने
गंगा की धार को पार किया
अभाव को बनने न दी बाधा
हर स्वप्न अपना साकार किया

कर्तव्य निष्ठ थे देश के लिए
कर दिया समर्पित स्वयं को
गाँधी जी से के चमक के आगे
न भूलो देशभक्त के जन्म को

सन् बयालीस के भारत छोड़ो में
'मरो नहीं मारो 'का नारा दिया
अपने हक के लिए लड़ने का
ओज तेज भरा विचारधारा दिया

निडर साहासी अगुआ थे वो
देश को गौरव और शान दिया
भारत पर चढ़ा जब पाक तब
मुँहतोड़ उत्तर देकर मान दिया

देश के पहरेदारों में जोश भर
सीमा पर विजयी ध्वज लहराया
जय जवान जय किसान नारा
प्राणशक्ति बना जन में महकाया

शांति दूत का सच्चा मूरत वो
मिट गया शांति के नाम पर
ताशकंद बना काल का घर
सोया लाल चिरनिद्रा धाम पर

गर्व है हमें शास्त्री जैसे लाल पर
कद के छोटे हृदय विशाल पर
नहीं था आडंबर का कोई ढ़ोग
नमन बहादुर भारत के लाल को


21 comments:

  1. बेहतरीन
    जय जवान जय किसान

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    1. आभार आपका लोकेश जी।
      जय जवान जय किसान।

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  2. भारत के महान सपूत ईमानदारी की मिसाल आदरणीय लाल बहादुर शास्त्री जी आज भी भारत के सर्वाधिक लोकप्रिय प्रधानमन्त्री के तौर पर याद किये जाते हैं।
    उनका दिया हुआ नारा "जय जवान जय किसान आज भी उतना ही मुखर और प्रासंगिक है।
    राजनीति में नैतिकता को कैसे जिया जाता है यह बख़ूबी उन्होंने चरितार्थ किया। सादर नमन शास्त्री जी।
    आपने सुन्दर सारगर्भित गाथा प्रस्तुत की है भारत के दुलारे धरती के लाल की। बधाई एवं शुभकामनाऐं।

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    1. जी रवींद्र जी आपने अक्षरशः सत्य लिखा।शास्त्री जी को शत शत नमन।आपकी सुंदर प्रतिक्रिया ने मेरी रचना को विस्तार दिया आभार आपका तहेदिल से।आपकी शुभकामनाओं के लिए बहुत शुक्रिया।

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  3. गर्व है हमें शास्त्री जैसे लाल पर
    कद के छोटे हृदय विशाल पर...

    बहुत अप्रतिम रचना श्वेता जी। भारत माँ के महान सपूत श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की गौरव गाथा की अद्भुत रचना। पाठ्य पुस्तकों में शामिल करने योग्य कृति।

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    1. अमित जी आपके उत्साहवर्धक शब्दों के लिए कैसे आभार करे।इतनी साधारण रचना को असाधारण बना दिया आपने अपनी सुंदर प्रतिक्रिया के द्वारा।
      तहेदिल से अति आभार और शुक्रिया।

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  4. गर्व है हमें शास्त्री जैसे लाल पर
    कद के छोटे हृदय विशाल पर
    नहीं था आडंबर का कोई ढ़ोग
    नमन बहादुर भारत के लाल को।
    बहुत ही बढ़िया रचना, स्वेता।
    भारत के इस महान सपूत को उतना सम्मान नही मिल पाया जितने के वे हकदार थे और हैं। ऐसे महापुरुष पर इतनी बढ़िया रचना शेयर करने के लिए धन्यवाद।

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    1. ज्योति जी,सही कहा आपने जितना मान मिलना चाहिए उतना न दे पाये हम शास्त्री जी को।
      आपने बहुत सारगर्भित प्रतिक्रिया दी अति आभार आपका तहेदिल से शुक्रिया जी।

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  5. सुंदर शब्दों में सारगर्भिता से परिपूर्ण रचना..
    नमन।

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    1. आभार आपका पम्मी जी,आपकी प्रतिक्रिया मिली मतलब रचना जरुर ठीक ठाक बन गयी होगी।
      तहेदिल से शुक्रिया आपका बहुत सारा।

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  6. सोंधी सी महक
    आ रही है इस कविता मे
    उत्तम पंक्तियाँ..
    निडर साहासी अगुआ थे वो
    देश को गौरव और शान दिया
    भारत पर चढ़ा जब पाक तब
    मुँहतोड़ उत्तर देकर मान दिया

    देश के पहरेदारों में जोश भर
    सीमा पर विजयी ध्वज लहराया
    जय जवान जय किसान नारा
    प्राणशक्ति बना जन में महकाया
    सच में वो होते तो
    वंशवाद की बेलें नही पनपती
    सादर

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    1. जी दी:) आपकी सराहना रचना में जान फूँक गयी।
      अति आभार आपका दी तहेदिल से शुक्रिया खूब सारा।

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  7. ईमानदारी की मिसाल महान सपूत श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की गौरव गाथा

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    1. बहुत बहुत आभार आपका संजय जी।बहुत दिन बाद आपकी प्रतिक्रिया मिली।

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  8. शास्त्री जी पर अनुपम सृजन .

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    1. अति आभार आपका मीना जी।

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  9. भारत माता की जय ,जय जवान ,जय किसान ।
    बहुत सुंदर रचना ।

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    1. भात माता की जय,रितु जी बहुत बहुत आभारी है आपके।

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  10. अनमोल रतन दमके
    भारत के भाल पर.....
    देश के अनमोल रतन ही थे,माननीय लाल बहादुर शास्त्री जी....काव्य के माध्यम से देश के लाल की जीवनी पठनीय और रुचिकर बना दी आपने....
    वाह!!!
    लाजवाब अभिव्यक्ति....

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    1. अत्यंत आभार सुधा जी,आपकी उत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया के लिए तहेदिल से शुक्रिया जी।

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  11. Nice post ... keep sharing this kind of article with us......visit www.dialusedu.blogspot.in for amazing posts ......jo sayad hi aapne kbhi padhe ho.....ek bar jarur visit kren

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आपकी लिखी प्रतिक्रियाएँ मेरी लेखनी की ऊर्जा है।
शुक्रिया।

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