सपनों की परियाँ तुम दिन में भी जागना
नाजुक-सी राजरानी बिटिया हमारी है
सुन लो ओ चंदा तुम जी भर न ताकना
तितली सतरंगी वो घर भर में डोलती
पापा के कांधे झूल कूहू-सा बोलती
कौर-कौर जीवन में भरती मिठास है
बंद पड़ी खुशियों का ताला वो खोलती
रेशम की डोरी वो मखमल का आलना
कुहके तो मन के सब तारों का हालना
चुन-चुन के काँटें मैं अँचरा में भर लूँगी
बिटिया तू पाँव दूब राहों में डालना
निर्मल-सा झरना रुनझुन हवाओं की
सोन चिरैया मेरी सरगम दिशाओं की
बन जाऊँ नजरौटा बिटिया तुम्हारी मैं
लेती रहूँ ख़बर आने वाली बलाओं की
हर क्षण के प्याले में सुख आसव ढालना
दुख हो कि पीड़ा सब एक पल में टालना
तम का अंधियारा न छू पाये साया भी
माथे पर सूरज का झूमर है टाँकना
#श्वेता सिन्हा
लाजवाब !वात्सल्य से सारोबार गहराई तक उतरती बहुत प्यारी रचना हर शब्द भाव भरी सुंदर कविता बन मानस पर अंकित हो रहा है ।
ReplyDeleteअभिनव/अभिराम।
बहुत खूबसूरत अभिव्यक्ति
ReplyDeleteएवमस्तु । बेहद खूबसूरत !
ReplyDeleteमाँ के मन की सब कह दी ।
माँ के शब्द खुद ब खुद बच्चो के लिए बहते हुए चले जाते हैं, बेहद प्यारी सी कविता ! स्नेह बिटिया को :)
ReplyDeleteबेहतरीन सृजन प्रिय श्वेता दी जी |
ReplyDeleteबेटी को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ🌹🌹🌹🎂🎂🎂🌹🌹🌹
उव्ववाहहहह...
ReplyDeleteढेर सारी शुभकामनाएँ..
सादर..
बिट्टू पर प्रकृत्ति का अनुपम आशीष सदैव बरसता रहे .....❤️☺
ReplyDeleteआज के दिन का बिट्टू को अपनी अनुपम मम्मी का अनुपम अनमोल उपहार ....☺
जन्मदिवस पर काव्य रचना का अनुपम उपहार. जन्मदिवस की अशेष मंगलकामनाएँ.
ReplyDeleteतितली सतरंगी वो घर भर में डोलती
ReplyDeleteपापा के कांधे झूल कूहू-सा बोलती
कौर-कौर जीवन में भरती मिठास है
बंद पड़ी खुशियों का ताला वो खोलती....।
वात्सल्य से परिपूर्ण... हार्दिक अनन्त शुभकामनाएंं💐
वाह!!श्वेता ,अनुपम सृजन !! बिटिया रानी को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं 💐💐💐💐💐💐💐
ReplyDeleteप्रिय श्वेता, ये भावपूर्ण रचना एक माँ का बिटिया को स्नेह और वात्सल्य से भरपूर अनुपम है। गुड्डू अपनी माँ सरीखी यशस्वी हो यही दुआ और कामना है। गुड्डू को ढेरों प्यार और शुभकामनायें। ये दिन बार_बार आये। शुभकामनाओ के फूल उसकी निशछल मुस्कान के नाम। 💐💐🌹🌹🌷🌷🌹🌹🌹🌹🌹
ReplyDeleteहर काबा में, हर काशी में,
ReplyDeleteसतनारायण, पूरणमासी में.
मांगू आशीष तेरे पल्लवन का,
तनुजे, तू ही तप जीवन का.
सृष्टि के नयनों का तारा,
हे समाज की जीवन धारा.
बनो विजेता जीवन रण का,
तनुजे, तू ही तप जीवन का....जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं!
बिटिया रानी को ढेरों शुभकामनाओं के साथ ढेर सारा प्यार.. ममता से भरी बेहद खूबसूरत अभिव्यक्ति
ReplyDeleteवा ह
ReplyDeleteवाह़़़़़़़़श्वेता ! बहुत खूबसूरत तरीके से बात्सलय रस बरसाया।
ReplyDeleteबेटी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई। ईश्वर उसे स्वस्थय शाश्वत रखें सही प्रा्र्थना है।हृदय की गहराईयों से प्यार।
बेटी के जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें श्वेता जी
ReplyDeleteबेहतरीन वात्सल्य सृजन
श्वेता, बिटिया पर तुम्हारी प्यारी सी कविता पढ़कर सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता याद आ गयी -
ReplyDelete'मैं बचपन को बुला रही थी,
बोल उठी बिटिया मेरी --'
तुम्हारी रचनाओं में विविधता है, मौलिकता है और गहराई है. और सबसे बड़ी बात कि तुमने बहुत प्यारी बिटिया पाई है.
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ReplyDeleteप्यारी
Deleteप्यारी बिटिया को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं एवं शुभाशीष,सदा खुश रहै
Deleteआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में शुक्रवार 19 जुलाई 2019 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteमन से निकले शब्द ...
ReplyDeleteएक माँ हमेशा अपनी बिटिया को हर सुख देना चाहती है ... हर वो ख़ुशी जो वो देखती है उसकी झोली में डालती है ...
चंदन का झूला हो फूलों भरा पालना
ReplyDeleteसपनों की परियाँ तुम दिन में भी जागना
नाजुक-सी राजरानी बिटिया हमारी है
सुन लो ओ चंदा तुम जी भर न ताकना...
बेटी के लिए माँ की ममता और दुलार की सुंदर अभिव्यक्ति । ईश्वर उसे लम्बी उम्र और बेहतरीन लम्हा दे।
वाह..बहुत खूबसूरत कविता..
ReplyDeleteशुभकामनाएँँ एवम् शुभाशीष।
जी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (20 -07-2019) को "गोरी का शृंगार" (चर्चा अंक- 3402) पर भी होगी।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
आप भी सादर आमंत्रित है
….
अनीता सैनी
ye kitna sundar hai!
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