मुस्कुराते हुये ख्वाब है आँखों में
महकते हुये गुलाब है आँखों में
बूँद बूँद उतर रहा है मन आँगन
एक कतरा माहताब है आँखों में
उनकी बातें,उनका ही ख्याल बस
रोमानियत भरी किताब है आँखों में
जिसे पीकर भी समन्दर प्यासा है
छलकता दरिया ए आब है आँखों में
लम्हा लम्हा बढ़ती बेताबी दिल की
खुमारियों का सैलाब है आँखों में
लफ्जों की सीढ़ी से दिल में दाखिल
अनकहे सवालों के जवाब है आँखों में
#श्वेता🍁
महकते हुये गुलाब है आँखों में
बूँद बूँद उतर रहा है मन आँगन
एक कतरा माहताब है आँखों में
उनकी बातें,उनका ही ख्याल बस
रोमानियत भरी किताब है आँखों में
जिसे पीकर भी समन्दर प्यासा है
छलकता दरिया ए आब है आँखों में
लम्हा लम्हा बढ़ती बेताबी दिल की
खुमारियों का सैलाब है आँखों में
लफ्जों की सीढ़ी से दिल में दाखिल
अनकहे सवालों के जवाब है आँखों में
#श्वेता🍁