बस शब्दों के मौन हो जाने से
न बोलने की कसम खाने से
भाव भी क्या मौन हो जाते है??
नहीं होते स्पंदन तारों में हिय के
एहसास भी क्या मौन हो जाते है??
एक प्रतिज्ञा भीष्म सी उठा लेने से
अपने हाथों से स्वयं को जला लेने से
बहते मन सरित की धारा मोड़ने से
उड़ते इच्छा खग के परों को तोड़ने से
नहीं महकते होगे गुलाब शाखों पर
चुभते काँटे मन के क्या मौन हो जाते है??
ख्वाबों के डर से न सोने से रात को
न कहने से अधरों पे आयी बात को
पलट देने से ज़िदगी किताब से पन्ने
न जीने से हाथ में आये थोड़े से लम्हें
वेदना पी त्याग का कवच ओढकर
अकुलाहट भी क्या मौन हो जाते है??
#श्वेता🍁
न बोलने की कसम खाने से
भाव भी क्या मौन हो जाते है??
नहीं होते स्पंदन तारों में हिय के
एहसास भी क्या मौन हो जाते है??
एक प्रतिज्ञा भीष्म सी उठा लेने से
अपने हाथों से स्वयं को जला लेने से
बहते मन सरित की धारा मोड़ने से
उड़ते इच्छा खग के परों को तोड़ने से
नहीं महकते होगे गुलाब शाखों पर
चुभते काँटे मन के क्या मौन हो जाते है??
ख्वाबों के डर से न सोने से रात को
न कहने से अधरों पे आयी बात को
पलट देने से ज़िदगी किताब से पन्ने
न जीने से हाथ में आये थोड़े से लम्हें
वेदना पी त्याग का कवच ओढकर
अकुलाहट भी क्या मौन हो जाते है??
#श्वेता🍁
मन भावों की कोमल और सुंदर रचना ।
ReplyDeleteबहुत आभार शुक्रिया आपका पम्मी जी।
Deleteसुंदर रचना
ReplyDeleteबहुत आभार शुक्रिया लोकेश जी।
Deleteबहुत ही बेमिसाल। अद्भुत। अनुपम। बिहंगम। विस्मयकारी रचना ज़ज़्बातों की स्याही में डुबोकर अंतर्मन के पटल पर उकेरी है आपने।
ReplyDeleteसाधारणतया इस प्रकार की रचना देखने मे नही आती। शिद्दत से मोहब्बत के उमड़ते घुमड़ते भावों को निचोड़ा जाये तो ऐसी बातें लिखीं जा सकतीं हैं।
एक बेमिसाल रचना के लिए आपको बहुत बहुत बधाई। शुभ रात्रि।
जी आप सदैव ही मेरी रचनाओं के लिए ऐसे सुंदर विशेषात्मक प्रतिक्रिया का प्रयोग कर मुझे आहृलादित करते है।आपके उत्साहवर्धक शब्दों के लिए बहुत आभार शुक्रिया आपकी शुमकामनाओ़ के लिए अनेको धन्यवाद आपका।
Deleteख्वाबों के डर से न सोने से रात को
ReplyDeleteन कहने से अधरों पे आयी बात को
पलट देने से ज़िदगी किताब से पन्ने
न जीने से हाथ में आये थोड़े से लम्हें
वेदना पी त्याग का कवच ओढकर
अकुलाहट भी क्या मौन हो जाते है??
वाह ! क्या बात है सुन्दर ,कोमल भावनाओं से सजी रचना आभार। "एकलव्य"
जी आभार आपका बहुत सारा शुक्रिया।
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