Friday, 17 February 2017

वादा

तुमको ही चाहा है दिल ने
बस तुमको ही चाहेगे
तेरे दर्द में हमदम मेरे
हमसाया बन जायेगे
अपने माला के मनके में
तेरा ही नाम सजायेगे
पलकों के सारे ख्वाब सुहाने
तुमसे मिलने आयेगे
कभी रूठ भी जाओ तो हम
प्यार से तुमको मनाएगे
तेरी एक मुस्कान को हम तो
काँटों पे चल जायेगे
ये वादा है तुमसे मेरे साजन
तुम गर हमको भूल भी जाओ
हम न तुझे भुलाएगे
जीवन के अंतिम क्षण तक
सिर्फ और सिर्फ
तेरे लिए जीये जायेगे

      #श्वेता🍁



No comments:

Post a Comment

आपकी लिखी प्रतिक्रियाएँ मेरी लेखनी की ऊर्जा है।
शुक्रिया।

मैं से मोक्ष...बुद्ध

मैं  नित्य सुनती हूँ कराह वृद्धों और रोगियों की, निरंतर देखती हूँ अनगिनत जलती चिताएँ परंतु नहीं होता  मेरा हृदयपरिवर...