जिसकी धुन पर दुनिया नाचे
दिल ऐसा इकतारा है।
झूमे गाये प्यार की सरगम
ये गीत बहुत ही प्यारा है।
मन हीरा बेमोल बिक गया
तन का मोल ही सारा है।
अवनी अंबर सौन्दर्य भरा है
नयनों में प्रेम की धारा है।
कतरा कतरा दरिया पीकर भी
सागर प्यास का मारा है।
पास की सुरभि दूर का गीत
सुंगधित मन मतवारा है।
तड़प तड़प अश्क बहकर कहे
नमक इश्क का खारा है।
बेबस दिल की बस एक कहानी
ये इश्क बड़ा बेचारा है।
कल कल अंतर्मन में प्रवाहित
बहती मदिर रसधारा है।
जब तक जिस्म से उलझी है साँसें
दिल में नाम तुम्हारा है।
#श्वेता🍁
(कुमार विश्वास की एक कविता की दो पंक्तियों से
प्ररित रचना)
दिल ऐसा इकतारा है।
झूमे गाये प्यार की सरगम
ये गीत बहुत ही प्यारा है।
मन हीरा बेमोल बिक गया
तन का मोल ही सारा है।
अवनी अंबर सौन्दर्य भरा है
नयनों में प्रेम की धारा है।
कतरा कतरा दरिया पीकर भी
सागर प्यास का मारा है।
पास की सुरभि दूर का गीत
सुंगधित मन मतवारा है।
तड़प तड़प अश्क बहकर कहे
नमक इश्क का खारा है।
बेबस दिल की बस एक कहानी
ये इश्क बड़ा बेचारा है।
कल कल अंतर्मन में प्रवाहित
बहती मदिर रसधारा है।
जब तक जिस्म से उलझी है साँसें
दिल में नाम तुम्हारा है।
#श्वेता🍁
(कुमार विश्वास की एक कविता की दो पंक्तियों से
प्ररित रचना)
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आपकी लिखी प्रतिक्रियाएँ मेरी लेखनी की ऊर्जा है।
शुक्रिया।