भरा है दिल,पलकों से बह जायेगा
भीगा सा कतरा,दामन में रह जायेगा
न बनाओ समन्दर के किनारे घरौंदा
आती है लहर, ठोकरों में ढह जायेगा
रतजगे ख्वाबों के दर्द जगा जाते है
खामोश है दिल, सारे गम़ सह जायेगा
अनजाने रस्ते है जीवन के सफर में
काफिला यादों का, साथ रह जायेगा
गैर नहीं दिल का हिस्सा है तुम्हारे
तुम भी समझोगे, वक्त सब कह जायेगा
#श्वेता🍁
भीगा सा कतरा,दामन में रह जायेगा
न बनाओ समन्दर के किनारे घरौंदा
आती है लहर, ठोकरों में ढह जायेगा
रतजगे ख्वाबों के दर्द जगा जाते है
खामोश है दिल, सारे गम़ सह जायेगा
अनजाने रस्ते है जीवन के सफर में
काफिला यादों का, साथ रह जायेगा
गैर नहीं दिल का हिस्सा है तुम्हारे
तुम भी समझोगे, वक्त सब कह जायेगा
#श्वेता🍁