मेरे दिल को छू गये हो तुम,
एहसास मेरा चमन हो गया।
एहसास मेरा चमन हो गया।
खुशबू बन गये तुम जेहन के,
गुलाब सा तन बदन हो गया।
गुलाब सा तन बदन हो गया।
पंखुड़ियाँ बिखरी हवाओं में,
चाहत फैला गगन हो गया।
चाहत फैला गगन हो गया।
ज़माने के शोर से अन्जान हूँ,
खुमारी में डूबा ये मन हो गया।
खुमारी में डूबा ये मन हो गया।
महकती साँसे कहने लगी है,
तुझसे मोहब्बत सजन हो गया।
तुझसे मोहब्बत सजन हो गया।
न टूटे कभी नेह का ये बंधन,
दिल से दिल का लगन है गया।
दिल से दिल का लगन है गया।
#श्वेता
क्या बात है ! बहुत खूब!
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार आपका राजेश जी।आपके आने से उत्साहवर्धन हुआ।बहुत शुक्रिया आपका।
Deleteउम्दा, बहुत सुंदर......
ReplyDeleteजी बहुत आभार
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