★तिरस्कार .. मन
★परिपक्वता
★व्याकुल मीन
★तुम्हें देख-देखकर जीती हूँ
★इंद्रधनुष
★मरते सपने
★एकांत का उत्सव
★परिपक्वता
★व्याकुल मीन
★तुम्हें देख-देखकर जीती हूँ
★इंद्रधनुष
★मरते सपने
★एकांत का उत्सव
★चकोर
★जाते हो तो...
मैं नित्य सुनती हूँ कराह वृद्धों और रोगियों की, निरंतर देखती हूँ अनगिनत जलती चिताएँ परंतु नहीं होता मेरा हृदयपरिवर...
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