सुनो सैनिक
तुम्हारे रक्त का चंदन
लगाकर मातृभूमि
शृंगार करती है।
कहानी शौर्य की
अविश्वसनीय वीरता की
गाथाएँ अचंभित,
सुनकर, पढ़कर, गर्वित होकर
श्रद्धानत वंदन
भीरू मन को भी
धधकता अंगार करती है।
तुम्हारे रक्त का चंदन
लगाकर मातृभूमि
शृंगार करती है।
कहानी शौर्य की
अविश्वसनीय वीरता की
गाथाएँ अचंभित,
सुनकर, पढ़कर, गर्वित होकर
श्रद्धानत वंदन
भीरू मन को भी
धधकता अंगार करती है।
सुनो सैनिक...!
हृदय में अपने
तिरंगा टाँकना,
रगो को देशभक्ति के
नमक से पाटना
माटी के लिए
तुम्हारा जीवन स्पंदन
तुम्हें बहुमूल्य,
मनुश्रेष्ठ हार करती है।
ओ सरहद के अडिग चट्टान
तुम्हारी छत्रछाया
अदृश्य वन नंदन,
तुम्हारी छत्रछाया
अदृश्य वन नंदन,
तुम्हारा बलिदान
तुम्हें सुवासित
हरसिंगार करती है।
तुम्हें सुवासित
हरसिंगार करती है।
तुम्हारे रक्त का चंदन
लगाकर मातृभूमि
शृंगार करती है।
लगाकर मातृभूमि
शृंगार करती है।
नमन बारंबार करती है।
#श्वेता सिन्हा
८ दिसम्बर२०२१
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ओ सरहद के अडिग चट्टान
ReplyDeleteतुम्हारी छत्रछाया
अदृश्य वन नंदन,
तुम्हारा बलिदान
तुम्हें सुवासित
हरसिंगार करती है।
सादर श्रद्धा सुमन
ReplyDeleteसदर नमन ,जय हिन्द !
ReplyDeleteनमन
ReplyDeleteजी नमस्ते ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार(१०-१२ -२०२१) को
'सुनो सैनिक'(चर्चा अंक -४२७४) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
विनम्र श्रद्धांजलि।
ReplyDeleteनमन है देश के अमर सैनानियों को ...
ReplyDeleteतुम्हारे रक्त का चंदन
ReplyDeleteलगाकर मातृभूमि
शृंगार करती है।
सशक्त अभिव्यक्ति!--ब्रजेंद्रनाथ
तुम्हारे रक्त का चंदन
ReplyDeleteलगाकर मातृभूमि
शृंगार करती है।
नमन बारंबार करती है।
सत सत नमन वीर सपूत को,एक साथ इतने वीरों को वीरगति प्राप्त हुई वो अप्राकृतिक रुप से, बेहद दुखद घटना है ये, मार्मिक सृजन आदरणीया श्वेता जी 🙏
अद्भुत शौर्यगाथा का वर्णन
ReplyDeleteबेहद हृदयस्पर्शी रचना।
ReplyDeleteतुम्हारे रक्त का चंदन
ReplyDeleteलगाकर मातृभूमि
शृंगार करती है।
बेहद मार्मिक एवं हृदयस्पर्शी सृजन
वीर शहीदों को शत शत नमन एवं श्रद्धाँजलि।
बहुत सुंदर,नमन
ReplyDeleteसुंदर अभिव्यक्ति !!
ReplyDeleteकम शब्दों में सैनिकों की गौरवपूर्ण गाथा को भावपूर्ण अभिव्यक्ति दी है प्रिय श्वेता। मां जननी के ये वीर बांकुरे ऐसे होते हैं जिन पर मातृभूमि सदैव गर्व करती है। अपने जीवन को समर्पित कर ये इतिहास में अमर हो जाते हैं। वीर जवानों की शहादत को सादर नमन 🙏🙏
ReplyDeleteनिशब्द करती रचना, वीर सैनिकों के बलिदान और प्रतिबद्धता पर कम शब्दों में सागर भरता सृजन।
ReplyDeleteसस्नेह श्वेता।
बहुत सुन्दर !
ReplyDeleteसैनिक की शहादत कभी बेकार नहीं जाती !
शहीद सैनिक तो मर कर भी जीना सिखला जाता है.
भारत के हर सैनिक को शत शत नमन।
ReplyDeleteकुछ घटनाएँ मन पर अंकित हो जाती हैं । तुम्हारी कविता पढ़ते हुए एक कविता याद आयी .....
वीरों का कैसा हो वसंत ....
लाजवाब प्रस्तुति
सैनिकों के सम्मान में रचित भावपूर्ण तथा सार्थक रचना,वीर सपूतों को हार्दिक नमन 🙏🙏💐💐
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